खाना खाते समय TV या मोबाइल के दिमाग पर होने वाले असर ……

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खाना खाते समय टीवी या मोबाइल देखने पर दिमाग की हालत कुछ इस तरह से हो जाती है :-

जब भी खाना खाया जाता है दिमाग पेट को Signal देता है कि पेट भरा है कि नहीं। लेकिन अगर दिमाग टीवी screen या मोबाइल screen मे व्यस्त है तो ये Signal सही नहीं जा पाता । पेट खाना पचाने का enough gastric जूस नहीं बना पाता , जिससे खाना अच्छे से नहीं पचता और पूर्ण पोषण नहीं मिल पाता ।

2. टीवी और मोबाइल देखने वाले लोगो का Junk फूड के लिए craving ज्यादा होती है:-

लंबे समय तक junk फूड खाने से मोटापा, diabetes, cholesterol problem, हॉर्मोन्स imbalance होने लगता है।

3. पूरा ध्यान टीवी या मोबाइल मे इतना चला जाता है कि खाने कि थाली से दिमाग disconnected हो जाता है, कुछ इस तरह ।

खाने से disconnection होने से बच्चो का खास तौर पर घर के खाने के लिए taste नहीं बन पाता और घर के खाने को बच्चे पसंद नहीं करते। सब्जी वाला पिज्जा बच्चे को कोई पोषण नहीं दे सकता जो पोषण घर पर बनी एक सब्जी रोटी दे सकती है। बच्चा ना केवल खाने से दूर हो जाते है बल्कि भारतीय खाने की परंपरा से भी दूर हो जाता हैं।

4. पेट को शरीर का दूसरा दिमाग बोला जाता है जिसकी खाना पचाने कि capacity कम होने लगती है कुछ ऐसे :

जो भी लोग खाना खाते समय टीवी या मोबाइल देखते है, समझ नहीं पाते कि पेट भरा है कि नहीं और ठूस ठूस कर कर खाना खा लेते है। Capacity से ज्यादा खाए गए खाने को पचाने मे पेट को भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है ।

5. तेजी से बुड़ापा : टीवी और मोबाइल देख कर खाना खाने वाले बुड़ापा जल्दी आता है

Unhealthy खाना हो या healthy खाना हो अगर unhealthy तरीके से टीवी screen या मोबाइल screen के सामने बैठ कर खाना खाया जाए तो समय से पहले बुड़ापा आता है ऐसा इसलिए होता है क्यूंकी खाना सही से ना पचने से शरीर के cells को पोषण नहीं मिलता और cells की मुरम्मत नहीं हो पाती जिससे समय से पहले आंखो के नीचे गड्डे, wrinkles एवं बुड़ापा आता है।

Mind is Happy without tv screen and mobile screen, खाने का असली आनंद जमीन पर सुखासन में बैठ कर और बिना चमच के हाथ से ही खाना खाने में है जिससे खाने मे मौजूद तेल या घी और अन्य मसालों का स्वाद का एहसास पूर्ण रूप से समझ आता, खाना अच्छे से पचता है। खाने को भी पूरी respect तभी दी जा सकती है जब इंसान खाने को खाने की तरह ही खाए ना कि entertainment के लिए खाए।